हमारे लोकतांत्रिक संस्थान खतरे में : मनमोहन

नई दिल्लीः पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ’उनके शासन में लोकतंत्र’ खतरे में है। मनमोहन ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित जन-आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे लोकतांत्रिक संस्थान खतरे में हैं। संसद को चलने नही दिया जा रहा है और कानून को नष्ट किया जा रहा है।“ रैली में हजारों की तादाद कांग्रेस कार्यकर्ता, समर्थक व अन्य लोग पहुंचे थे। उन्होंने कहा, “हमारा लोकतंत्र खतरे में है और इसकी रक्षा के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा।“

सिंह ने कहा कि मोदी ने चार साल पहले सत्ता में आने के लिए जो वादे किए थे, उनमें से एक भी वादा पूरा नही कर पाए। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, “चार साल पहले देश के लोगों से बड़े-बड़े वादे किए गए थे लेकिन वे एक भी वादा पूरा नही कर पाए हैं।“

उन्होंने कहा, “उन्होंने एक साल में दो करोड़ नौकरियां पैदा करने का वादा किया था लेकिन सच्चाई यह है कि बेरोजगाई बढ़ रही है और युवा परेशान हैं। पढ़ाई के लिए कर्ज लेने वाले विद्यार्थी क्षुब्ध हैं कि नौकरियां नही मिलने पर वे कर्ज की अदायगी कैसे कर पाएंगे।“

कृषि के क्षेत्र में छाए संकट को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की आलोचना करते हुए सिंह ने कहा, “मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व विपदा की स्थिति पैदा हो गई है। हमारे किसान सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं।“

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, “सरकार किसान विरोधी है। किसान कर्ज के तले दबे हुए हैं और देश के कोने-कोने में कृषि ऋण माफ करने की मांग उठ रही है। “उन्होंने कहा, “ईंधन की कीमतों में इजाफा हो रहा है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव कम हैं। महंगाई से लोग बेहद परेशान हैं।“