भीकमपुरा चिंतन शिविर के दूसरे दिन मजदूरों- युवाओं पर होगी चर्चा

भीकमपुरा (राजस्थान): राजस्थान के अलवर जिले के भीकमपुरा में चल रहे चिंतन शिविर का रविवार को दूसरा दिन है। दूसरे दिन किसानों, मजदूरों और युवाओं की समस्याओं पर खुलकर चर्चा होगी। तरुण भारत संघ के आश्रम में किसानों की समस्या और भावी रणनीति तय करने के मकसद से चल रहे तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आज दूसरा दिन है। यह शिविर एकता परिषद के संस्थापक पी वी राजगोपाल के निर्देशन में चल रहा है। 

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, इस दौरान किसान संकट, मजदूरों व युवाओं के बिगड़ते हालात, भयभीत समाज व बढ़ती हिंसा और जल संकट से जूझ रहे समाज जैसे मुद्दों पर गहन मंथन होगा। आयोजकों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, युवाओं, किसानों, मजदूरों के मुद्दे पर होने वाले संवाद के समन्वय की जिम्मेदारी सवरेदय मंडल के सचिव और जनांदोलन 2018 राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मनीष राजपूत को सौंपी गई है।

राजपूत का कहना है कि देश का किसान, नौजवान सबसे ज्यादा संकट में है। लिहाजा इनके इस संकट और उसके निवारण पर संवाद व संभावनाओं पर चर्चा होगी। शिविर के पहले दिन किसानों के मुद्दे, किसान आंदोलन के जुड़ाव सहित अन्य मुद्दों पर खुलकर चर्चा हुई थी। इसमें किसान नेता रामपाल जाट, अन्ना हजारे के करीबी विनायक राव पाटिल, जलपुरुष राजेंद्र सिंह, देश में 193 किसान संगठनों के संयुक्त किसान संगठन के संयोजक वी एम सिंह, करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कलवी, एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रनसिंह, जल-जन जोड़ों के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह, महाराष्ट्र से प्रतिभा शिंदे, रमाकांत बापू, निशिकांत भालेराव, विनोद बोदनकर, पर्यावरणविद मार्क एडवर्ड सहित बड़ी संख्या में किसान नेता व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपनी बात रखी। 

इस शिविर में हिस्सा लेने मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, तमिलनाडु, तेलंगाना, पंजाब सहित कुल 19 राज्यों के किसान नेता और सामाजिक कार्यकर्ता पहुंचे हैं।