काशी के तुलसीघाट पर पारंपरिक रूप से होगा मेहमानों का स्वागत

नई दिल्लीः फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों व पीएम नरेंद्र मोदी का गंगा में नौका विहार के दौरान तुलसीघाट पर उनका पारंपरिक ढंग से स्वागत किया जाएगा। मेहमानों को काशी की प्राचीन परंपरा से रूबरू कराया जाएगा। संकट मोचन फाउंडेशन की ओर से तुलसीघाट पर दोनों नेताओं के आगमन के दौरान रामायण के उत्तरकांड की चैपाई गाई जाएगी व रामलीला का भी प्रदर्शन किया जाएगा, लीला में रामराज्य की झांकी भी प्रदर्शित की जाएगी। फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. विश्वम्भर नाथ मिश्र के शिष्य जापान के कलाकार तेइस्या तनाइको इस दौरान मृदंग बजाएंगे। मेहमानों को 16वीं शताब्दी को महसूस कराया जाएगा, घाट पर इमैनुअल मैक्रों व पीएम नरेंद्र मोदी का 50 फीट ऊंचा कटआउट भी लगाया जाएगा। इसकी तैयारियां प्रारम्भ कर दी गई है, काशी के कलाकार इस कटआउट को तैयार कर रहे हैं वहीं अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के पहलवान घाट पर गदा फेरते दिखेंगे। विभिन्न स्कूलों के 200 विद्यार्थी अपने हाथों में फ्रांस व भारत का राष्ट्रध्वज लेकर स्वागत करेंगे। 12 मार्च को फ्रांस के राष्ट्रपति के बुलेट प्रूफ बजड़े से गंगा दर्शन के दौरान घाटों व रामनगर की तरफ पुलिस, पीएसी व सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात रहेंगे। गंगा में आमजन के नौकायन पर पाबंदी रहेगी व घाटों के किनारे की सभी इमारतों पर रूफ टॉप फोर्स तैनात रहेगी वहीं, गंगा में सामने घाट से राजघाट के बीच एनएसजी कमांडो व पीएसी बाढ़ राहत दल, जल पुलिस और एनडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे।