केरल में माकपा व भाकपा के बीच दूरी बढ़ाने का प्रयास

चेंगन्नूरः  केरल कांग्रेस (मणि) के प्रमुख के. एम. मणि ने चेंगन्नूर उपचुनाव से पहले, शुक्रवार को सत्ताधारी वाम मोर्चा के घटकों के बीच कील लगाने की कोशिश की। मणि ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) चाहती है कि 28 मई को होने वाले चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का उम्मीदवार हार जाए। माकपा विधायक के. के. रामचंद्रन नायर के जनवरी 2016 में असामयिक निधन के कारण यह सीट खाली पड़ी थी, जिस पर चुनाव के लिए घोषणा गुरुवार को की गई। 

मणि की पार्टी के छह विधायक हैं और उनके पक्ष में लगभग 5,000 मत हैं। हर मत काफी महत्व रखता है। इस सीट पर कांग्रेस की अगुवाई में संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और माकपा की अगुवाई में वाम मोर्चा तीनों ने मणि से मुलाकात की और आगामी उपचुनाव में उनकी पार्टी का समर्थन मांगा। 

हालांकि भाकपा के प्रदेश सचिव कानम राजेंद्रन ने स्पष्ट किया है कि वाम मोर्चा को न तो मणि के वोट की कोई जरूरत है और न ही किसी नए सहयोगी की तलाश है।  उधर, माकपा के प्रदेश सचिव कोदियेरी बालाकृष्णन ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि वाम मोर्चा का कोई घटक इस तरह का बयान नही दे सकता। इस संबंध में फैसला सिर्फ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा ही ले सकता है। वहीं, माकपा के उम्मीदवार सजी चेरियन ने कहा, “मुझे निस्संदेह मणि की पार्टी समेत सबका वोट चाहिए।“