नई दिल्लीः भारत साल 2025 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने सोमवार को यह बात कही। उन्होंने कहा, “हमें सात-आठ फीसदी की असली विकास दर तथा नौ-10 फीसदी की सांकेतिक विकास दर की उम्मीद है।“
गर्ग ने ’2025 तक 5,000 अरब डॉलर की जीडीपी प्राप्त करने में संस्थानों की भूमिका’ विषय पर एक पैनल चर्चा में कहा, “मुझे लगता है कि यह अपेक्षा बहुत ही उचित है कि हम 5,000 अरब डॉलर के स्तर को प्राप्त कर सकते हैं। यह एक उचित निर्धारित लक्ष्य है।“
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों की गिरावट के बाद अब व्यापक आर्थिक स्थिरता आई है और निर्यात बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार मुद्रास्फीति को चार फीसदी के लक्ष्य (दो फीसदी ऊपर-नीचे) पर रखने को प्रतिबद्ध है।
गर्ग ने कहा कि इस व्यापक आर्थिक माहौल को पूरा करने और पांच खरब डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए, भारत को वैश्विक व्यापार में अपने हिस्से में सुधार करने की जरूरत है।
गर्ग ने कहा, “जैसे-जैसे वैश्विक व्यापार बढ़ रहा है, इसमें हमें अपनी अच्छी हिस्सेदारी प्राप्त करनी चाहिए।“ उन्होंने कहा कि वस्त्र जैसे पारंपरिक क्षेत्रों में मजबूत विकास के अलावा, भारत को तेजी से प्रतिस्पर्धी होती वैश्विक अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र पर ध्यान देने की जरूरत है।