हिंसा के बाद बंगाल में पटरी पर लौट रही जिंदगी

नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के आसनसोल में रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा के बाद जिंदगी पटरी पर लौट रही है लेकिन तनाव अब भी बरकरार है। रानीगंज व आसनसोल में दोनों समुदायों के लोगों ने अपनी दुकानों को फिर से खोल लिया है। सभी उन्हीं दुकानों से सामान खरीद रहे हैं जहां दंगे होने से पहले खरीदा करते थे। शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर प्रशासन किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए अलर्ट पर था, निषेधाज्ञा के बावजूद, हनुमान जयंती की रैली निकालने के लिए आसनसोल व रानीगंज कस्बों के किनारे स्थित क्षेत्रों में अनुमति दे दी गई थी।

हिंसा के बाद आसनसोल के मुख्य बाजार की ज्यादातर दुकानों को दोबारा खोल दिया गया है वहीं कुछ दुकानों के शटर अब भी बंद हैं। आसनसोल बस एसोसिएशन के सचिव प्रकाश चंद्र मंडल ने कहा कि ड्राइवर व हेल्पर अभी भी डरे हुए हैं लेकिन उन्होंने काम पर आना शुरू कर दिया है। हमने सभी रूटों पर अपनी सेवा फिर से प्रारम्भ कर दी है, जहां आसनसोल के रहने वाले लोग घर से बाहर निकलकर बस में बैठ रहे हैं वहीं दूसरे जिलों से आने वाले लोग जो आम तौर पर कार्य के सिलसिले में प्रतिदिन आया करते थे वह नहीं आ रहे हैं।


हालांकि प्रशासन ने एहतियातन हिंसा का शिकार हुए क्षेत्रों में निषेधाज्ञा बरकरार रखने के साथ ही इंटरनेट सेवाएं निलंबित की हुई हैं। एसडीओ पी. राय चौधरी ने बताया कि आसनसोल के दक्षिणी हिस्सों में दुकानें व बाजार खुले रहे और गाड़ियों की आवाजाही प्रारम्भ हुई है। उन्होंने कहा कि शहर के उत्तरी हिस्से में अब भी तनाव बना हुआ है। चौधरी के अनुसार हिंसा की कोई नई घटना नहीं हुई है लेकिन निषेधाज्ञा बरकरार है। इंटरनेट सेवाएं 4 अप्रैल तक निलंबित रहेंगी।