अजमेर शरीफ में मोदी की ओर से नकवी ने चढ़ाई चादर

अजमेरः अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार पर चादर चढ़ाई। मोदी ने शनिवार को नकवी को दरगाह पर चढ़ाने के लिए चादर दी थी।

चादर को देखने के लिए दरगाह परिसर में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। अपने संदेश में मोदी ने सूफी संत के भारत और विदेशों में रहने वाले अनुयायियों को संत के 806वें सालाना उर्स की शुभकामनाएं दीं। 

उन्होंने कहा, “शांति, एकता, सौहार्द देश में विभिन्न दर्शनों का मर्म रहे हैं और सूफीवाद भी उनमें से एक है। जब हम भारत में सूफी संतों की बात करते हैं तो ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती महान आध्यात्मिक परंपराओं के प्रतीक के रूप में दिखाई पड़ते हैं। ’गरीब नवाज’ द्वारा की गई मानवता की सेवा आगामी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।“


मोदी ने कहा, “इस महान संत के सालाना उर्स के मौके पर मैं दरगाह अजमेर शरीफ की शान में चादर और खिराज-ए-अकीदत पेश करता हूं और हमारी संस्कृति के एक सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व की दुआ मांगता हूं। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के दुनियाभर के अनुयायियों का सालाना उर्स के मौके पर अभिनंदन करता हूं और शुभकामनाएं देता हूं।“

मीडियाकर्मियों से बातचीत में नकवी ने कहा कि आतंकवाद इस्लाम और पूरी मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है। नकवी ने कहा, “ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की शिक्षाओं और सिद्धांतों के मूल में भी यही संदेश है। ख्वाजा गरीब नवाज के सिद्धांत और प्रतिबद्धता उन बुरे तत्वों को हराने के लिए एक मजबूत हथियार हैं जो मानव मूल्यों को कमजोर करने और दुनिया की शांति और समृद्धि में खलल डालने की कोशिश कर रहे हैं।“

उन्होंने कहा कि भारत पूरी दुनिया के लिए सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द का एक उदाहरण है। नकवी ने अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय द्वारा दरगाह के पास कायद रोड स्थित ’विश्रामस्थली’ में निर्मित 100 शौचालयों वाले एक परिसर का भी उद्घाटन किया। उर्स के लिए हजारों जायरीन अजमेर पहुंचे हैं। हिंदू और मुस्लिम दोनों समान रूप से इसमें आस्था रखते हैं। अजमेर दरगाह के समीर चिश्ती ने आईएएनएस को बताया कि दरगाह में और इसके आसपास दो दर्जन एलसीडी स्क्रीन लगाए गए हैं, जहां मोदी का संदेश प्रसारित होगा।