इस फल की मदद से बचाएं अपने दिल को

लखनऊः चेरी का सेवन दुनिया भर में किया जाता है। भारत में चेरी की खेती कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तरपूर्वी राज्यों में की जाती है। चेरी को मुख्य रूप से ठंडे क्षेत्र का फल माना जाता है। यह देखने और स्वाद में बहुत अच्छा लगता है। पूरी दुनिया में चेरी को सबसे रोमांटिक फलों में से एक माना जाता है। चेरी दुनिया में सबसे अधिक यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में पैदा किया जाता है।

क्या आप जानते है की चेरी में थायमीन, राइबोफ्लैविन, विटमिन बी6 और पैटोथेनिक एसिड के साथ नायसिन, फोलेट और विटमिन ए भी बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। चेरी एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती हैं जो प्रभावी रूप से मुक्त कणों को बेअसर कर देते हैं और यह एंटीऑक्सिडेंट्स एक अच्छे हृदय-संरक्षक भी होते हैं। चेरी के कई सेहत लाभों में से आंखों की देखभाल, मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली, हृदय संक्रमण से राहत, एंटी-एजिंग गुण व बेहतर पाचन शामिल हैं।

चेरी दिल की मांसपेशियों को भी मजबूत करते हैं और इसमें उपस्थित फ्लेवोनोइड्स एंटीऑक्सिडेंट और कैरोटीनोइड एंटीऑक्सिडेंट उचित दिल गति को बनाए रखने में मदद करते हैं, यह रक्त वाहिकाओं को कठोर होने से रोकते हैं और कोलेस्ट्रॉल व उच्च रक्तचाप को कम करते हैं, जिससे दिल के दौरे का खतरा कम होता है। इसके सेवन से आप अपने  हृदय की रक्षा कर सकते है ।