सऊदी अरब में मिला 85 हजार वर्ष पुराना इंसानी जीवाश्म

नई दिल्लीः बताया जा रहा है कि 3.2 सेंटीमीटर लंबी हड्डी का यह जीवाश्म करीब 85,000 वर्ष पुराना है। रिसर्च टीम के मुताबिक यह खोज अरब प्रायद्वीप पर पाए जाने वाले पहले व सबसे प्रारंभिक होमो सेपियन्स जीवाश्म और हमारी प्रजातियों का सबसे पुराना नमूना माना जा सकता है। इंग्लैंड की यॉर्क यूनीवर्सिटी के पुरातत्वविद रॉबिन इंगलीस जो इस रिसर्च टीम का हिस्सा भले ही नही रहे, लेकिन उनका कहना है कि “यह वो खोज है जिसकी हम बहुत ज्यादा समय से उम्मीद कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक हाल के कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया से 80,000 वर्ष पुराने मानव दांत व ऑस्ट्रेलिया से 65,000 वर्ष पुराने मानवीय अवशेषों के क्रम को अरब रेगिस्तान में मिली उंगली की हड्डी और आगे बढ़ा रही है। अब तक पुरातत्वविद भले ही जो कुछ मानते हों, लेकिन अब अरब में मिली यह उंगली एक ऐसा सबूत है, जो बताती है कि प्रारंभिक आधुनिक मनुष्य बहुत पहले ही अफ्रीका के बाहर चारो ओर फैल गए थे, लेकिन हमें अबतक कोई ऐसा प्रमाण नही मिला था, जो अब मिल गया है।

60 हजार वर्ष पहले अरब पहुंचे

सबसे पुराने इंसानी जीवाश्म को खोजने वाली पुरातत्वविदों की टीम के मुताबिक इस जीवाश्म के जेनेटिक्स की जांच से यह पता चल रहा है कि आधुनिक मानव करीब 60 हजार वर्ष पहले ही अफ्रीका और लेवेंट यानि एशिया के भूभाग से बाहर प्रस्थान कर चुका था। अब तक हम ऐसा नही सोचते थे, क्योंकि अब तक हमारे पास कोई ऐसा सबूत नहीं था। पुरातत्वविदों के मुताबिक इस उंगली का मिलना एक सपना हकीकत होने जैसा है।  इस रिसर्च से जुड़े पुरातत्वविदों के मुताबिक अरब के रेगिस्तान में इस इंसानी उंगली का मिलना हमारी टीम के लिए उस सपने जैसा है, जिसे हम पिछले 10 वर्ष से बुनने में जुटे हैं। इस इलाके में 85 हजार वर्ष पहले के इस इंसानी सबूत से यह बात भी सामने आती है कि उस वक्त के इंसान के लिए यह यात्रा तमाम अंजान रास्तों और बहुत ही मुश्किलों से भरी हुई थी।