इस मंदिर की रखवाली करता है यह शाकाहारी मगरमच्छ

नई दिल्लीः मगरमच्छ का नाम सुनते ही दिमाग में उसका डरावना चेहरा सामने आ जाता है। इस जानवर से आमना-सामना होने की बात कोई सोचना भी नही चाहेगा। उसके खूंखार दांत एक झटके में किसी के भी टुकड़े-टुकड़े कर सकते हैं। लेकिन इस सब से उलट एक मगरमच्छ ऐसा भी है जो पूरी तरह से शाकाहारी है। इतना ही नही वो खाने में भी सिर्फ प्रसाद ही खाता है। यहां तक कि झील की एक भी मछली या किसी अन्य प्राणी को उसने आज तक नुकसान नही पहुंचाया। इस मगरमच्छ को मंदिर का रखवाला भी माना जाता है।



अनंतपुर मंदिर में रहता है मगरमच्छ

ये दंग कर देने वाला मामला केरल के कोच्चि जिले में स्थित अनंतपुर मंदिर का है। जहां स्थित झील में एक मगरमच्छ रहता है, जिसे ईश्वर का सेवक और मंदिर का रखवाला बोला जाता है। इस मगरमच्छ का नाम बबिया बताया जा रहा है।

लोगों की मानें तो बबिया ने आज तक कभी मांस नही खाया। झील में रहते हुए उसने कभी किसी मछली को नुकसान नही पहुंचाया। वो सिर्फ प्रसाद खाता है, जो उसे मंदिर के पुजारी खिलाते हैं। किसी अन्य को बबिया के पास जाने या उसे खिलाने की इजाजत नही है। पुजारी झील के किनारे आने पर बबिया भी वहां आ जाता है, जिसके बाद उसे मंदिर में चढ़ा प्रसाद खिलाया जाता है।

एक मगरमच्छ की मृत्यु होने पर आ जाता है दूसरा

मंदिर के पुजारियों की मानें तो यहां की झील में कुछ खास बात है। उन्होंने बोला कि बबिया पहला मगरमच्छ नही है जो यहां का रक्षक होने के साथ ही शाकाहारी भी हो। उन्होंने बताया कि जब भी एक मगरमच्छ की मृत्यु हो जाती है तो दूसरा मगरमच्छ अपने आप आ जाता है। ये कहां से आते हैं और कैसे इस बारे में किसी को कोई जानकारी नही है। जो भी नया मगरमच्छ आता है, वो पुराने की तरह ही मंदिर की रक्षा करता है और खाने के रूप में यहां का प्रसाद खाता है।