केजीएमयू में बजट की कमी मरीजों पर पड़ेगी भारी, बढेंगे खून के दाम

लखनऊः केजीएमयू में बजट की कमी मरीजों के लिए भारी पड़ने वाली है। खून के दाम में 200 रुपये बढ़ोतरी की तैयारी है, इसके लिए ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. तूलिका चंद्रा ने वीसी को पत्र लिखा है। यह वृद्धि जनरल वार्ड के लिए ही लागू होगी, प्राइवेट और अन्य वार्डों का शुल्क अभी नही बढ़ेगा। केजीएमयू के ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग के तहत चलने वाले ब्लड बैंक में नेट (न्यूक्लिक एसिड टेस्ट) की जांच की जाती है। यह जांच ब्लड की सबसे उच्चस्तरीय जांच होती है, यह जांच एक विशेष प्रकार की किट से होती है। इस जांच से एचआईवी वन और टू के अतिरिक्त हेपटाइटिस बी, सी और अन्य बीमारियों का पता लगाया जाता है, जो कि सामान्य ब्लड की जांच स्क्रीनिंग से संभव नही है। इसके लिए बजट केजीएमयू प्रशासन देता है। बजट की कमी के चलते नेट की जांच किट का भुगतान नही हो पा रहा है। ऐसे में ब्लड ट्रांफ्यूजन विभाग कंपनी से ली जाने वाली किट का भुगतान नही कर पा रहा है, उधार बढ़ने कारण नेशनल हेल्थ मिशन से मदद की गुहार की है। मिशन ने बजट देने के लिए केंद्र सरकार से गुहार लगाई है। बजट देने के लिए संस्तुति तो मिल गई है लेकिन उसे पूरा करने में कुछ महीने लग जाएंगे। बढ़ते उधार को कम करने के लिए ब्लड यूनिट का शुल्क बढ़ाने का फैसला लिया गया है।